Saturday, October 24, 2009

साहित्य व सिनेमा के बीच अंतरंगता बढ़ाने की पहल

मुंबई। सिनेमा और साहित्य के बीच अंतरंगता बढ़ती जा रही है और इसलिए जब अपर्णा सेन ने लेखक कुणाल बसु को अपनी फिल्म द जापानीज वाइफ के निर्माण में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया तो किसी को आश्चर्य नहीं हुआ।

यह फिल्म कुणाल बसु के उपन्यास पर ही आधारित है। फिल्म में राहुल बोस लीड रोल में है। इसकी पुष्टि करते हुए राहुल बोस ने कहा कि कुणाल इन दिनों हमारे बीच हैं। वे ऑक्सफोर्ड में पढ़ाते हैं और इन दिनों इस फिल्म के निर्माण में हमारा साथ दे रहे हैं। हमें खुशी है कि उन्होंने कोलकाता में हमारे साथ वक्त गुजारने का आमंत्रण सहर्ष स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि चूंकि यह फिल्म उनके उपन्यास पर बन रही है इसीलिए इसकी निर्माण प्रक्रिया में उनकी भागीदारी जरूरी है। कई बार लेखक की सहमति नहीं लिए जाने से फिल्मकार से गलतियां भी हो जाती हैं। यह मेरे जीवन की सबसे कठिन भूमिका है। मैं समझता हूं कि यह अपर्णा के लिए अब तक की सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण फिल्म है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म की अपील वैश्विक है, इसीलिए इसके निर्माण में खास सावधानी की जरूरत है। राहुल बोस कुणाल बसु को साहित्य और सिनेमा के बीच अनिवार्य सेतु मानते हैं। उन्होंने कहा कि जब गोविंद निहलानी ने महाश्वेता देवी के उपन्यास हजार चौरासी की मां पर फिल्म बनाई थी तब उन्होंने महाश्वेता देवी से संपर्क बनाए रखा था। अपर्णा ने भी ऐसी ही पहल की है।

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